डॉ ज्योति सिन्हा जी से बात चीत के दौरान जब महिला सशक्तिकरण की बात आई तो उनका एक सीधा सा जवाब था कि "मैं लड़कियों की स्वतंत्रता की हिमायती हूँ स्वछंदता की नहीं" | उन्होंने एक बड़ा सवाल भी उठाया की यदि हम अपनी संस्कृति से अपने संस्कारों से जुड़ के आगे बढ़ते हैं तो उसमे क्या बुराई है ? लड़कियों के विचारों में आधुनिकता होनी चाहिए न ही पहनावे में | अपना घर जला के दूसरों का घर रोशन करने की मिसाल देते हुए कम शब्दों में बहुत कुछ डॉ डॉ ज्योति सिन्हा ने कह दिया |
महिला को पुरुष के साथ सहभागिता का रिश्ता रखना चाहिए प्रतिद्वंदता का नहीं | बहुत ही रोचक और समाज की कमजोरियों को सामने लाते डॉ ज्योति सिन्हा से इस बात चीत को एक बार अवश्य सुनें |
महिला को पुरुष के साथ सहभागिता का रिश्ता रखना चाहिए प्रतिद्वंदता का नहीं | बहुत ही रोचक और समाज की कमजोरियों को सामने लाते डॉ ज्योति सिन्हा से इस बात चीत को एक बार अवश्य सुनें |