गंगा-जमुनी तहजीब के लिए विश्वविख्यात शिराज-ए-हिन्द की सरजमीं जौनपुर का आबो-हवा बिगाड़ने की कोशिश एक बार फिर नाकाम साबित हुई। समय रहते दोनों वर्गों के बुदिजीवियों ने पहल करके अपनी परम्परागत तहजीब को बचा लिया है। इस बार यहां का अमन-चैन बिगाड़ने का आरोप एक डिग्री कालेज के प्राचार्य समेत कई शैक्षणिक संस्थान के प्रबंधक के ऊपर लगा है। आरोप है कि इस प्रबंधक ने चैरा माता का पूजा-पाठ कर रही 4 महिलाओं को मारा-पीटा तथा विरोध करने पर पुजारी की जमकर धुनाई कर दिया जिसके कारण साधु को गम्भीर चोटें आयीं। उसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। यह बात नगर में फैलते ही आक्रोशित जनता सड़क पर उतरकर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और गिरफ्तारी की मांग शुरू कर दी। हालत यह हो गया कि मोहम्मद हसन कालेज से लेकर चहारसू चैराहे तक जाम लग गया।
प्राचार्य अब्दुल कादिर और उनके गार्ड जीवन यादव को पुलिस ने गिरफ्तार करने बाद देर शाम प्रभारी सीजेएम शैलेन्द्र वर्मा की अदालत में पेश किया गया। सीजेएम ने न्यायायिक हिरासत मे लेकर जेल भेज दिया है।
जिलाधिकारी सुहास एलवाई एवं पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने संयुक्त रूप से बताया है कि जौनपुर शहर में पूर्णरूप से शांति है।उन्होंने नगरवासियों से अपील की है कि किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें ,और अफवाह न फैलायें। अफवाह फैलाने वालों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।