"ओ देश से आने वाले बता क्या अब भी वतन में वैसे ही सरमस्त नजारे होते होंगे ?"यह आवाज़ दूर देश में रहने वाले जौनपुरी के दिल से निकलती है जब वो अपने वतन से आये किसी जौनपुरी को देखता है | जी हाँ वतन से दूर वतन की याद बहुत आती है |
ओ देश से आने वाले बता क्या अब भी वतन में वैसे ही सरमस्त नजारे होते होंगे |