जौनपुर एक ऐतिहासिक शहर है लेकिन दुनिया इसके बारे में कम जानती है | जो शहर एक शतक तक शार्की राज्य की राजधानी रहा हो उस शहर के बारे में दुनिया ना जाने ये इन्साफ नहीं |मैं जौनपुर के इतिहास, यहाँ की प्रतिभाओं, यहाँ के समाज और संस्कृति को दुनिया से जोड़ने का काम पांच वर्ष पहले शुरू किया और इसके लिए अंतरजाल और सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए जौनपुर की दो वेबसाईट हिंदी और अंग्रेजी में बनायी और साथ ही साथ जौनपुर के हिंदी लेखको को जोड़ने के लिए जौनपुर ब्लॉगर अस्सोसिअशन का गठन किया और आज २७ लेखक इस से जुड़े हुए हैं |
इस काम में जौनपुर के पत्रकारों का सहयोग सराहनीय है जिन्होंने मेरी बात को समझा और अपने क़दम सोशल मीडिया के सही उपयोग की तरफ बढाते हुए अपनी वेबसाईट और ब्लॉग की शुरुआत की | आज उनके इस काम को दुनिया सराह रही है और उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रही है क्यूँ की दुनिया इस जौनपुर के बारे में अधिक से अधिक जान ना चाहती है |
मेरा सपना था की मैं इस शहर के इतिहास, यहाँ की प्रतिभाओं और समाज के बारे में दुनिया भर के लोगों को बताना जो अब होने लगा है साकार | लेकिन अभी भी बहुत से कोशिशें करने हैं लोगों को जागरूक करना है | उम्मीद करता हूँ जौनपुर को जल्द ही वो पहचान हासिल होगी जो उसे वर्षों पहले मिल जानी चाहिए थी |
मैं जौनपुर के पत्रकारों आरिफ हुसैनी, राजेश श्रीवास्तव का, कमर हसनैन दीपू , डॉ मनोज मिश्र का, कुलपति वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविधालय का, माननीय दिनेश टंडन जी का,जज डॉ दिलीप जी का ,पंजाब नेशनल बैंक मेनेजर ज्ञान कुमार , शोला जौनपुरी, चित्रसारी के कैसर भाई का, डॉ पवन मिश्र और डॉ किरण मिश्र , इत्यादि बहुत से मित्रों और सहयोगियों का आभारी हूँ जिन्होंने सहयोग दिया | ऐसे बहुत से मित्र और सहयोगी हैं जिनका मैंने नाम यहाँ नहीं लिया उनके बारे में जल्द ही आपको अलग से बताऊंगा |
जौनपुर के लोगों से सहयोग मिला है और आशा करता हूँ आगे भी मिलता रहेगा |
इस काम में जौनपुर के पत्रकारों का सहयोग सराहनीय है जिन्होंने मेरी बात को समझा और अपने क़दम सोशल मीडिया के सही उपयोग की तरफ बढाते हुए अपनी वेबसाईट और ब्लॉग की शुरुआत की | आज उनके इस काम को दुनिया सराह रही है और उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रही है क्यूँ की दुनिया इस जौनपुर के बारे में अधिक से अधिक जान ना चाहती है |
मेरा सपना था की मैं इस शहर के इतिहास, यहाँ की प्रतिभाओं और समाज के बारे में दुनिया भर के लोगों को बताना जो अब होने लगा है साकार | लेकिन अभी भी बहुत से कोशिशें करने हैं लोगों को जागरूक करना है | उम्मीद करता हूँ जौनपुर को जल्द ही वो पहचान हासिल होगी जो उसे वर्षों पहले मिल जानी चाहिए थी |
मैं जौनपुर के पत्रकारों आरिफ हुसैनी, राजेश श्रीवास्तव का, कमर हसनैन दीपू , डॉ मनोज मिश्र का, कुलपति वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविधालय का, माननीय दिनेश टंडन जी का,जज डॉ दिलीप जी का ,पंजाब नेशनल बैंक मेनेजर ज्ञान कुमार , शोला जौनपुरी, चित्रसारी के कैसर भाई का, डॉ पवन मिश्र और डॉ किरण मिश्र , इत्यादि बहुत से मित्रों और सहयोगियों का आभारी हूँ जिन्होंने सहयोग दिया | ऐसे बहुत से मित्र और सहयोगी हैं जिनका मैंने नाम यहाँ नहीं लिया उनके बारे में जल्द ही आपको अलग से बताऊंगा |
जौनपुर के लोगों से सहयोग मिला है और आशा करता हूँ आगे भी मिलता रहेगा |