सांसद ,विधायक और जान प्रतिनिधि चुन के इसलिए भेजे जाते हैं की वो जनता की समस्याओं का हल करें लेकिन अक्सर वो अपनी ही समस्याओं में घिरे रहते हैं और उसी का हल भी तलाशते रह जाते हैं |एक समाजसेवी ने. इसने अपने गाँव के बाहरी सीमा पर अपने पैसे से दो पुलों का निर्माण कराकर जौनपुर और आजमगढ़ जिले के पच्चास से अधिक गाँव के लोगो की समस्याओ का निराकरण किया |
जौनपुर जिले के शाहगंज तहसील का यह भरेठी गाँव है इससे मात्र पांच किलोमीटर की दुरी पर आजमगढ़ जिले का भादव गाँव है. इन दोनों गाँवो के बीच एक छोटी सी नदी बेशव बहती है। यह दरिया गुजर ताल से निकल कर गंगा नदी की धरा में पूरी तरह समाहित हो जाती है। आम दिन हो या भीषण बारिश का मौसम सभी हर मौसम में इन दोनों जिलो के दर्जनों गाँवो के लोगो को अपनी जान हथेली पर लेकर पानी अन्दर से ही आना जाना पड़ता था. बारिश के दिनों में तो पांच किलोमीटर की दुरी के बजाय २५ से ३० किलोमीटर की दुरी तय करनी पड़ती थी इस विकराल समस्या के लिए यहाँ के लोगो ने सांसद विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों के दरबार में गुहार लगाई लेकिन आश्वासन के आलावा कुछ भी नही मिला| ऐसे में मोहम्मद जावेद ने आगे आकर अपने खुद के पैसे से इस पुल का निर्माण करवाया जो सराहनीय है |