बलात्कार की समस्याअब विकराल रूप लेती जा रही है | जौनपुर और आस पास के गाँव से ऐसे खबरें हर दिन आती रहती हैं जिनमे अधिकतर मामले प्रेम प्रकरण के या बदले की भावना से हुआ करते हैं | जवानी के आते ही युवा मन एक नयी दुनिया को देखने लगता है | ऐसे में उनकी इच्छा विपरीत लिंग के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने की होने लगती है और चलने लगता है प्यार व्यार का चक्कर } यह हकीकत में ना तो कोई प्यार होता है और ना कोई लगाव आपस में बल्कि सब कुछ शरीरिक संबंधों के आस पास ही घूमता रहता है |
ऐसे में बहुत बार शारीरिक संबंध बना लेने के बाद लड़का कहीं और लग जाता है या बहुत बार लड़की को कोई और पसंद आ जाता है और शुरू हो जाता है आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला | बहुत बार दोस्तों में आपसी रजिश हो जाती है या माता पिता के सामने प्यार का मामला कुल जाने पे लड़की की शादी कहीं और करने की कोशिश बलात्कार, हत्या या तेज़ाब फेंकने जैसे गुनाहों को जन्म देती है |
ये सब जवानी के जाते या परिपक्व होते ही ख़त्म हो जाता है और यदि युवाओं को अच्छे संस्कार और समय रहते उनको शारीरिक परिवर्तन का ज्ञान दिया जाए तो इस समस्या का हल संभव है | ये हकीकत में बलात्कारी या व्यभिचारी नहीं होते बल्कि सही परवरिश और अच्छे संस्कारों के अभाव में ग़लत रास्ते पे चले जाते हैं |
बलात्कार के विषय मेंडॉ रीताका मानना है की टीवी ,मोबाइल इत्यादि का चलन गाँवो में यदि सुविधा बन के आया है तो युवाओं को गुमराह भी करने में इसका हाथ है | बलात्कार की शिकार महिलाओं में आज भी समाज में बदनामी के डर से उसे छुपा जाना आम बात है और यह एक बड़ा कारण है ऐसी घटनाओं के बार बार होने का |लेकिन जितने केस रिपोर्ट होते हैं और उनकी जांच सदर अस्पताल में होती है उनके अनुसार अक्सर महिलाएं अपने ही घर ,पड़ोस या रिश्तेदारों की वासना का शिकरा होती है |अनजान व्यक्ति द्वारा बलात्कार की घटनाएं कम ही देखने को जिला करती हैं |
डॉ रीता की बातोंसे यह बात भी सामने आयी की टीवी, इन्टरनेट और मोबाइल पे अश्लील फिल्मो का देखना और इसका आदान प्रदान एस समस्या बन के उभरा है |चीन की तरह हिन्दुस्तान में भी अश्लील फिल्मो (पोर्न) पे प्रतिबन्ध लगना चाहिए | इन पोर्न विडियो में औरतों के साथ क्रूर, हिंसक व्यवहार , बलात्कार ,कौटुम्बिक व्यभिचार ,बच्चों के साथ यौन सम्बन्ध इत्यादि दिखाए जाते हैं | युवामन उन अश्लील फिल्मो को देखकर विचलित होता है उसको व्यवहारिक रूप देने का अवसर तलाशता है, जिसका दुष्परिणाम आज रेप, गैंग रेप और कौटुम्बिक व्यभिचार में वृधि के रूप मे सामने आ रहा है |
ख़बरों की मानेंतो अब जौनपुर जैसे छोटे शहरों से और गाँव से भी कौटुम्बिक व्यभिचार, और पतियों द्वारा अपनी पत्नियों पे दुसरे व्यक्तियों के साथ सेक्स का दबाव बनाने जैसी खबरें भी अब सुनने में आने लगी है है जो हमारे हिन्दुस्तानी समाज के संस्कारों का हिस्सा नहीं बल्कि पोर्न फिल्मो की देन नज़र आता है |
अपने बच्चों को जवानी की दहलीज पे क़दम रखते ही अच्छे संस्कार और उनमे आ रहे परिवर्तन के बारे में जागरूक करें और सरकार पे दबाव बनाएं की पोर्न फिल्मो पे मुकम्मल बैन लगाया जाए |