घुमक्कड़ मिज़ाज इंसान को पता नहीं कहाँ कहाँ ले जाता है | और अगर वो जौनपुर और आस पास के गाँव हों तो पूछना ही क्या | बस ऐसे ही एक बार जौनपुर के गाँव में घुमते हुए मेरे हाथ में कैमरा देख एक बच्चा सामने आ गया बोला मेरी फोटो क्यूँ नहीं खींचते ?
बच्चा इतनी मासूमियत से बोला की मैंने उसकी तस्वीर खींच ली | फ़ौरन बच्चा बोला दूध पिलावें का चाचा? इसे कहते हैं जौनपुरी संस्कार |
मुझे नहीं पता की उस बच्चे का धर्म क्या था और बच्चे को भी इस बात कोई मतलब नहीं था | इसीलिये यह तस्वीर और दिन मुझे याद है जो दिल को अंदर से एक ख़ुशी दे गया|