जौनपुर आस पास में आशूरा के दिन शिया सुन्नी ने ऐसे नजराना ऐ अकीदत पेश की |
शब् ऐ आशूर जौनपुर ज़िले के कलापुर गाँव में शोहदाए कर्बला के शैदाइयों ने हजरते इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की शहादत वाली रात पूरी शिद्दत से मनाई।रात भर इबादत और दुआ में गुजारी। वही दूसरी तरफ अंगारे...
View Articleजौनपुर में विसर्जित की गयीं आदि शक्ति की प्रतिमाएं |
जौनपुर। जय माता दी की जयघोष के साथ भक्तों ने आदिशक्ति मां जगतजननी की प्रतिमाओं को विसर्जित कर दिया। इस दौरान जहां भक्तों ने अबीर-गुलाल उड़ाकर ढोल, ताशा, नगाड़े पर नृत्य किया, वहीं पूरे रास्ते भर भर लोग...
View Articleकौन कहता है जौनपुर में बिजली नहीं आती ?
जौनपुर में बिजली आपूर्ति सही तरीके से ना होना यहां की तरक़्क़ी में एक बड़ी रुकावट है। आज कल तो त्योहारों के दिन है और बिजली व्यवस्था काफी हद तक दुरुस्त है। कभी कभी तो दिन में भी स्ट्रीट लाइट जलते हुए देखी...
View Articleजौनपुर का पिलखिनी गाँव शिक्षा के क्षेत्र बना एक मिसाल |
जौनपुर शिक्षा के क्षेत्र में शर्की शासनकाल से ही अग्रणी रहा है और आज भी आप यहाँ के पिलखिनी गांव में इस बात को महसूस कर सकते हैं । यहां के करीब दो किलोमीटर दूरी के परिधि वाले पिलखिनी गांव में प्राथमिक...
View Articleजौनपुर के मुहल्लों के नाम और उनका इतिहास |
Bazar Bhuaजौनपुर के मुहल्लों के नए और पुराने नाम और उनका इतिहास जौनपुर शहर के मुहल्ले तो लगभग ७६ है जिनका जिक्र पुराने इतिहासकारो ने अपनी किताबो में किया है लेकिन बहुत से मुहल्ले अब आपस मे मिल गये है...
View Articleलाल दरवाज़ा हो या झंझरी मस्जिद जौनपुर में आपको हर जगह सुलेख कला के नमूने मिल...
झंझरी मस्जिद पे लिखी इबारत सुलेख की बेहतरीन मिसाल अकबर बादशाह के समय में सुलेख कला का प्रचलन सबसे अधिक था जो अंग्रेज़ों की हुकूमत के आते आते ख़त्म सा होने लगा । जौनपुर में शर्क़ी समय या मुग़ल समय की...
View Articleजौनपुर के ज़ुल्क़दर बहादुर सय्यद नासिर अली का घराना इतिहास के पन्नो से |
सय्यद नासिर अली ज़ुल्क़द्र बहादुर जौनपुर के मशहूर ज्ञानी संत सय्यद अली दाऊद की नस्ल से थे जो आज से ७३२ वर्ष पहले जौनपुर पे बस गए थे | जनाब सय्यद अली दाऊद साहब हजरत मुहम्मद (स.अ.व) की 21 वीं नस्ल थे और...
View Articleजौनपुर के लगभग ३०० वर्ष पुराने बाबा बारी नाथ का मंदिर का इतिहास |
मुख्या द्वार मंदिर बाबा बारी नाथ | बाबा बारिनाथ का मंदिर इतिहासकारों के अनुसार लगभग ३०० वर्ष पुराना है | यह मंदिर उर्दू बाज़ार में स्थित है और इस दायरा कई बीघे में है | बाहर से देखने में आज यह उतना बड़ा...
View Articleउत्तर प्रदेश से प्रशासनिक सेवाओं में सबसे ज्यादा लोग जौनपुर जनपद से हैं|
जौनपुर जो “शिराज़-ए-हिंद“ के नाम से भी मशहूर हैं, भारत के उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर एवं लोकसभा क्षेत्र है। जौनपुर एक शतक तक मध्यकाल में शर्की शासकों की राजधानी रह चुका है |यह शहर गोमती नदी के दोनों...
View Articleआज के परिवेश में सोशल मीडिया"
शिराज ए हिन्द डाॅट काॅम द्वारा 23 अक्टुबर दिन रविवार को दिन में 11 बजे कलेक्ट्रेट परिसर स्थित पत्रकार भवन में "आज के परिवेश में सोशल मीडिया"विषय पर एक गोष्ठी आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम के मुख्य...
View Articleआज खुल गए जौनपुर शाही क़िले से जुड़े सारे रहस्य|
जौनपुर का शाही क़िला अपने मूल अकार में आज नहीं है ।इस क़िले का निर्माण फ़िरोज़ शाह तुग़लक़ ने जौनपुर आबाद करने के बाद १३६२ इ० में किया । इसमें अलग अलग काल में परिवर्तन किये जाते रहे इसलिए इसका मूल अकार अब...
View Articleवेब न्यूज़ पोर्टल चलाने वाले ख़बरों की प्रमाणिकता की जांच अवश्य कर ले | डी एम्...
जौनपुर। सोशल मीडिया पर खबरें पोस्ट करने से पहले जरूरी है उस न्यूज का सही प्रमाणिकता जांच लें। खबरों को कई बार जांचने के बाद ही वेब साइट और सोशल मीडिया पर पोस्ट करना चाहिए। उक्त बातें जिलाधिकारी...
View Articleस्वतंत्र न्यूज पोर्टल में वेब पत्रकार बनकर आप करियर बना सकते हैं|...एस .एम्...
आज 23 अक्टुबर दिन रविवार को दिन में 11 बजे शिराज ए हिन्द डॉट कॉम द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर स्थित पत्रकार भवन में "आज के परिवेश में सोशल मीडिया"विषय पर एक गोष्ठी आयोजित किया गया जिसका मुख्या वक्ता मुझे...
View Articleजौनपुर का इतिहास जानना ही तो हमारा जौनपुर डॉट कॉम पे अवश्य जाएँ | भानुचन्द्र...
आज 23 अक्टुबर दिन रविवार को दिन में 11 बजे शिराज ए हिन्द डॉट कॉम द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर स्थित पत्रकार भवन में "आज के परिवेश में सोशल मीडिया"विषय पर एक गोष्ठी आयोजित किया गया जिसका मुख्या वक्ता मुझे...
View Articleजानिये कौन से न्यूज़ पोर्टल कामयाब होंगे और कौन से अंतरजाल में नाकाम ?
कल मेरे कलेक्ट्रेट परिसर स्थित पत्रकार भवन में "आज के परिवेश में सोशल मीडिया"विषय पर एक गोष्ठी के दौरान दिए गए मशविरे पे कुछ लोगों ने आग्रह किया की आपने जो कहा कुछ वक़्त के अँधेरे में खो जायेंगे के विषय...
View Articleकलांपुर गॉव तहसील शाहगंज ज़िला जौनपुर का भूला हुआ इतिहास |
जैसा की जौनपुर का इतिहास की जानकारी रखने वाले जानते हैं की इस शहर की तरक्की शार्की समय में बहुत हुयी थी और आस आप का इलाका या तो शार्की समय में वजूद में आया या कुछ तुग़लक के समय में आबाद हुआ | सूफियों...
View Articleशाही किले पे लगा यह खम्बा जौनपुर के गंगा जमुनी तहजीब की पहचान है |
माना जाता रहा है की किसी शहर की जनता की मानसिकता को समझना हो तो उस शहर के इतिहास को अवश्य पढ़ें और यह बात जौनपुर के लिए सौ प्रतिशत सही साबित होती है |जौनपुर शहर गोमती नदी के किनारे बसा एक सुंदर शहर है...
View Articleभूमंडलीकरण के अजगर ने बाजार के सहारे हमारी लोक संस्कृति को निगल लिया है: डॉ....
अगहनी अरहर फूली है। पीली पंखुड़ियों की संगत नम खेतों में पके धान खूब दे रहे हैं।अरहर के फूलो पे उतरी /कार्तिक की पियराई सांझ ।लौटे वंशी के स्वर /बन की गंध समेटे /सिंदूरी बादल से /चम्पई हुयी दिशाएंहलधर...
View Articleजिसने शिराज़ ऐ हिन्द बनाया उसे ही भुला दिया |
जौनपुर शार्की राज्य में विद्या का महत्त्वपूर्ण केंद्र बना उस दौर में लोग "दार्रुस्सोरूर शिराज़ ऐ हिन्द" के नाम से जानते थे | लेकिन आज के जौनपुर को देखते हुए मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं की मिस्र और...
View Article10 का सिक्का लेने से मना किया तो हो सकता है भारतीय मुद्रा के अपमान का मामला...
10 रूपये के सिक्के को लेकर मुसीबत बढ़ती जा रही है। अनेक सिक्का लेने से इन्कार कर रहे है। दुकानदार और ग्राहक में कई जगह सिक्के के लेन देन में विवाद हो रहा है। अगर समय रहते अधिकारी नही चेते तो 10 रूपये...
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