टीडी महाविद्यालय का म्यूजियम बना चर्चा का विषय।
टीडी कालेज का म्यूजियम बना चर्चा का विषय। मैने जब इसके बारे में सोशल मीडिया पे डाला तो लोगों ने कहा नहीं पता था हमको।आप को क्या पता है?नहीं तो वीडियो देखिए।https://youtu.be/05YRndHR2wcसुनता था की...
View ArticleA forgotten berry ‘Karonda’- with significant anticancer potential
A forgotten berry ‘Karonda’- have significant anticancer potential : Suroor fatimaCancer is a major public health problem and ranks as a leading cause of death in every country of the world. Cancer is...
View Articleजौनपुर के शाही किले के रहस्य भाग 1
जौनपुर के इतिहास पे अधिक काम नहीं हुआ और आज भी ऐसे बहुत से रहस्य हैं जिनके बारे में लोगों को अधिक जानकारी नहीं और किंवदंतियों का बोलबाला है।ऐसे ही अनगिनत रहस्य जौनपुर के मशहूर शाही किले में दबे पड़े...
View Articleजौनपुर कभी मंदिरों, मस्जिदों, मदरसों, ख़ानक़ाहों,आ’लिमों ,सूफ़ियों के लिए...
जौनपुर कभी इ’मारतों, मंदिरों, मस्जिदों, मदरसों, ख़ानक़ाहों,आ’लिमों , सूफ़ियों के लिए प्रसिद्ध था | जौनपुर को फ़िरोज़ शाह तुग़लक़ ने सन 1361 में अपने चचेरे भाई मुहम्मद बिन तुग़लक़ उ’र्फ़ जूना ख़ान के...
View Articleछठी शताब्दी ई.पु. से बसा जौनपुर आज "ख़ास"से "आम""बन के रह गया |
छठी शताब्दी ई.पु. से बसा जौनपुर आज ख़ास से आम "बन के रह गया | जौनपुर के इतिहास को अधिकतर फ़िरोशाह तुग़लक़ से शुरू किया जाता है क्यों की वर्तमान जौनपुर को दिल्ली के बादशाह फ़िरोज़ शाह ने बसाया था | जौनपुर...
View Articleजौनपुर मुग़ल काल में तुर्की शाही हम्माम के लिए बहुत मशहूर था |
जौनपुर मुग़ल काल में तुर्की शाही हम्माम के लिए बहुत मशहूर था | जौनपुर को फ़िरोज़ शाह तुग़लक़ ने फिर से बसाया और शर्क़ी बादशाहों ने इसे संवारा सजाया लेकिन इब्राहिम लोधी ने सत्ता की जंग में इसे फिर से खंडहरों...
View Articleजानिए जौनपुर का मशहूर इत्र अब कहाँ मिलता है ?
जानिए जौनपुर का मशहूर इत्र अब कहाँ मिलता है ?जौनपुर का इत्र बहुत मशहूर है लेकिन यह जौनपुर में अब विलुप्त होने की कगार पे हैं | शर्क़ी बादशाओं ने इस इत्र को बहुत दिया और इसे कन्नौज से उठा के जौनपुर ले आय...
View Articleगंगा-जमुनी तहजीब को मजबूत करती रही यह सूफ़ियोंकी ईद ए गुलाबी |
गंगा-जमुनी तहजीब को मजबूत करती रही यह सूफ़ियोंकी ईद ए गुलाबी | इतिहास में वर्णन है कि शाहजहाँ के ज़माने में होली को ईद-ए-गुलाबी या आब-ए-पाशी (रंगों की बौछार) कहा जाता था।इतिहासकारों के अनुसार मुगल...
View Articleइब्राहिम शाह शर्की के उस्ताद मशहूर सूफी मालिकुल उलेमा काज़ी शिहाबुद्दीन...
इब्राहिम शाह शर्की के उस्ताद मशहूर सूफी मालिकुल उलेमा काज़ी शिहाबुद्दीन दौलताबादी ।इब्राहिम शाह शर्की के उस्ताद मशहूर सूफी मालिकुल उलेमा काज़ी शिहाबुद्दीन दौलताबादी जौनपुर का स्वर्णकाल शर्क़ी सल्तनत के...
View Articleजौनपुर मछलीशहर की शान थे मौलवी सैय्यद ज़ैनुल आब्दीन|
मछलीशहर के गाजीपुर से उप-न्यायाधीश (उ०प्र०) पद से सेवानिवृत्त हुए मौलवी सैय्यद ज़ैनुल आब्दीन को आज जौनपुर मछलीशहर के बहुत ही कम लोग जानते हैं |अलीगढ़ विश्वविद्यालय ने तो परिसर में रोड का नाम उसके नाम...
View Articleजौनपुर शाही क़िले के बाहरी गेट के खम्बे पे क्या सच मे आयतल कुर्सी लिखी है |
जौनपुर के इतिहास से छेड़ छाड़ सोशल मीडिया में बिना इतिहास की जानकारी के धन कमाने के लिए वीडियो बनाने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा | ऐसे में लोगों को सत्य क्या है यह बताने की कोशिश कर रहा हूँ और...
View Articleऐतिहासिक धरोहरों का उजड़ा चमन आज भी जौनपुर बन सकता है सैलानियों के आकर्षण का...
ऐतिहासिक धरोहरों का उजड़ा चमन आज भी जौनपुर बन सकता है सैलानियों के आकर्षण का केंद्र | एस एम् मासूम महर्षि यमदग्निपुरम पुरम की तपोस्थली व शर्की शासनकाल में ८५ वर्ष शर्क़ी राज्य की राजधानी रहा जौनपुर की...
View Article*शर्की सल्तनात के 85 वर्ष को जौनपुर का स्वर्णकाल कहा जाता है। एस एम मासूम*
*शर्की सल्तनात के 85 वर्ष को जौनपुर का स्वर्णकाल कहा जाता है। एस एम मासूम* शर्की सल्तनत (1394) के 85 वर्ष को जौनपुर का स्वर्णकाल कहा जाता है और आज जो भी ऐतिहासिक धरोहरे आप देखते हैं उसमे से अधिकतर...
View Articleसोशल मीडिया के क्षेत्र में मेरे योगदान के लिए मिला मिला शीराज़ ऐ हिन्द सम्मान |
सोशल मीडिया के क्षेत्र में मेरे योगदान के लिए मिला मिला शीराज़ ऐ हिन्द सम्मान | आज वरिष्ठ पत्रकार राजेश श्रीवास्तव ने मुझसे मिल के शीराज़ ऐ हिन्द न्यूज़ पोर्टल की तरफ से किया मुझे सम्मानित और साथ में रहे...
View Articleशर्की सल्तनत (1394) के 85 वर्ष को जौनपुर का स्वर्णकाल कहा जाता है
शर्की सल्तनत (1394) के 85 वर्ष को जौनपुर का स्वर्णकाल कहा जाता है शर्की सल्तनत (1394) के 85 वर्ष को जौनपुर का स्वर्णकाल कहा जाता है और आज जो भी ऐतिहासिक धरोहरे आप देखते हैं उसमे से अधिकतर शर्की दौर की...
View Articleजौनपुर का शाही पुल पूरी दुनिया में मशहूर है।
जौनपुर का शाही पुल पूरी दुनिया में मशहूर है। आदि गंगा गोमती के पावन तट पर बसा जौनपुर भारत के इतिहास में अपना विशेष स्थान रखता है। यह शहर कभी बौध धर्म का केन्द्र रहा था और जब उजड़ा तो एक बार फिर से...
View Articleक्यू जौनपुर का खरबूजा अपनी मिठास और खुशबू खोता जा रहा है?
क्यू जौनपुर का खरबूजा अपनी मिठास और खुशबू खोता जा रहा है? गोमती किनारे बसे जौनपुर को यहां के खरबूजे ने इसे खास पहचान दी थी । आज भी गर्मियों के शुरू होते ही बाज़ारों मैं खुशबूदार खरबूजे दिखाई पड़ने लगते...
View Articleशाह सम्मन सुहरवर्दी सैदपुर गाजीपुर
शाह सम्मन सुहरवर्दी सैदपुर गाजीपुर मनाकिब दुर्वेशिया के अनुसार एक बार हज़रत मख़्दूम चिराग़-ए-हिन्द एक बार बिहार में घूम रहे थे . एक ब्राह्मण के घर के पास से उनका गुजर हुआ तो ब्राह्मण ने प्राथना की कि...
View Articleमख़दूम ख्व़ाजा ई’सा ताज चिश्ती जहाँ आज भी मुरीदों का तांता लगा रहता है |
मख़दूम ख्व़ाजा ईसा ताज चिशतीआप का शुमार जौनपुर के प्रसिद्ध सूफ़ियों में होता है . आप के पिता शैख़ अहमद ई’सा दिल्ली के प्रसिद्द विद्वान् थे. अमीर तैमूर के आक्रमण के समय वह अपने परिवार के साथ जौनपुर आ...
View Articleमशहूर सय्यद सैय्यद अली दाऊद कुतुबुद्दीन की शान मे बना था लाल दरवाजा |
मशहूर सय्यद सैय्यद अली दाऊद कुतुबुद्दीन की शान मे बना था लाल दरवाजा | शार्की समय में हुआ जौनपुर में महान संतो का आगमन जिनकी नस्ले आज भी यहां रहती है । जौनपुर में इब्राहिम शार्की का नाम ,उसका इन्साफ...
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